जब इदिल ने घोषणा की कि वह कल नामिक की पत्नी बनेगी, तो येटर ने गर्व से हार मान ली। लेकिन तथ्य यह है कि इदिल ने उसे घर से बाहर निकालने का फैसला किया, येटर खड़ा नहीं हो सका।
येटर ने नामिक से अपनी नाराजगी व्यक्त की और चेतावनी दी कि कोई भी उसे इस घर से बाहर नहीं निकाल सकता है। और उसे उस स्त्री से डरना चाहिए जो उससे प्रेम करती है। हालांकि नामिक ने येटर की बातों को गंभीरता से नहीं लिया। परन्तु सफलता नहीं मिली। एक नाराज महिला अपनी खोई हुई जवानी का बदला लेने के लिए बहुत कुछ करने को तैयार है।
नवविवाहितों के परिवार और प्रियजन रेस्तरां में एक मेज पर एकत्र हुए। येटर ने शादी से पहले इदिल जाने का फैसला किया।
इदिल ने येटर से कहा कि वह हार गई है। एक घंटे में वह नामिक की पत्नी बन जाएगी, और यतिर को अपना घर छोड़ना होगा।
येटर ने जवाब दिया कि कोई नहीं जानता कि एक घंटे में क्या होगा।
इदिल के बाद येतेर दूल्हे के पास गया।
येटर ने नामिक से सिर्फ एक सवाल का जवाब मांगा:
- क्या तुमने कभी मुझसे प्यार किया है?
नामीक ने कुछ नहीं कहा, बस सिर हिलाया।
येटर धन्यवाद नामिक। उसकी अंतरात्मा को शांत करने के लिए धन्यवाद। तभी उसने पिस्तौल निकाल कर नामिक पर तान दी।
येटर ने नामिक के पेट में तीन गोलियां मारी।
- फेरहत के लिए!
- यिगिता के लिए!
- गुलसम के लिए।
और फिर उसने अपने सिर पर बंदूक रख दी और कहा, और यह गोली मुझे मिल जाएगी।